Business Loan: भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली लोन योजनाएं

बैंक और NBFC बिज़नेस शुरू करने, बिज़नेस बढ़ाने, और व्यवसाय की अन्य ज़रूरतों के लिए बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं। ये लोन दो प्रकार के होते हैं: सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड। सिक्योर्ड लोन के लिए आवेदकों को बैंक को किसी प्रकार की सिक्योरिटी या गारंटी देनी होती है, जबकि अन-सिक्योर्ड लोन में किसी भी प्रकार की सिक्योरिटी की ज़रूरत नहीं होती।

बिज़नेस लोन प्राप्त करने और इसके लिए आवश्यक शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें। ज्यादातर बैंक और NBFC सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड, दोनों प्रकार के बिज़नेस लोन ऑफर करते हैं, जैसे कि लेटर ऑफ क्रेडिट, बिल डिस्काउंटिंग, इक्विपमेंट फाइनेंस, POS लोन, टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन, सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लोन, और ओवरड्राफ्ट आदि।

बिज़नेस लोन की न्यूनतम राशि 10,000 रुपये से शुरू होती है, जिसे स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRB), या माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (MFI) से प्राप्त किया जा सकता है। उधारकर्ता प्रमुख प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों और एनबीएफसी से 2 करोड़ रुपये तक का कोलैटरल-फ्री बिज़नेस लोन प्राप्त कर सकते हैं। स्टार्टअप और MSME के लिए भी प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर स्मॉल बिज़नेस लोन उपलब्ध हैं।

Contents

भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली लोन योजनाएं

1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत, माइक्रो यूनिट्स को तीन श्रेणियों में लोन दिए जाते हैं:प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत, माइक्रो यूनिट्स को तीन श्रेणियों में लोन दिए जाते हैं:

शिशु लोन: अर्ध लाख (1,00,000) रुपये समेत
किशोर लोन: बीस हजार से पाँच लाख तक
तरुण लोन: 5 लाख के समान्यतः 10 लाख रुपये
यह लोन किसी सुरक्षा जमानत के बिना मिलता है, और इसे MSMEs, छोटे-मध्यम व्यापारी, और स्ट

2. स्टैंड अप इंडिया योजना

स्टैंड अप इंडिया योजना, महिलाओं के साथ-साथ, अनुसूचित जाति (SC) और  अनुसूचित Jan इस योजना के अंतर्गत, 10 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का कर्ज मिलेगा। यह योजना विनिर्माण, सेवा, और कृषि संबंधित उद्यमों के लिए फायदेमंद है।

3. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन के लिए पहल (PMEGP)

यह योजना MSME सेक्टर में रोजगार के सृजन की हितैषी प्राथमिकता से आरंभित हुती है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को 25 लाख रुपये से कम-से-कम ख़ुला मुद्रा पिन्जर/किट सरकार लोन प्रदान करती है, साथ ही सब्सिडी भी मिलता है।

4. क्रेडिट गारंटी फ़ंड ट्रस्ट (CGTMSE) माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइज़ेज के लिए होता है

इस योजना के तहत, MSME को बिना किसी कोलैटरल के लोन दिया जाता है। CGTMSE गारंटी देता है कि बैंक द्वारा दिए गए लोन पर यदि उधारकर्ता चूक करता है तो एक निश्चित राशि तक की भरपाई की जाएगी।

5. (PMKSY) या प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना

यह योजना किसानों के लिए है, जिसमें उन्हें सिंचाई से संबंधित परियोजनाओं के लिए लोन दिया जाता है। इसका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें सिंचाई की बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।

6. महिला उद्यमी योजना

महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न तरह के लोन प्रदान किए जाते हैं। इसमें महिलाओं को लोन पर रियायती ब्याज दरें और अन्य लाभ दिए जाते हैं।

7. PSB लोन इन 59 मिनट्स (MSME बिज़नेस लोन)

इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य MSME को तत्परता से ऋण प्रदान करना है। इसका मतलब है कि 1 लाख से 5 करोड़ रुपये के बीच में किसी भी प्रमुख्य संन्दर्भ में, প্র बैंकों की सहमति आवश्यक होने पर इस योजना का प्रारम्भिक मान्यता्‌प्राप्त होना चाहिए।

8. नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन (NSIC) ऋण योजना

NSIC की इस योजना के अंतर्गत सूक्ष्म और लघु उद्यमों को मार्केटिंग, वित्तीय सहायता और कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लोन दिया जाता है।

9. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)

यह योजना कौशल विकास के लिए है, जिसके अंतर्गत युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती है और उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए लोन भी उपलब्ध कराया जाता है।

ये सभी योजनाएं भारत के विभिन्न उद्यमियों, किसानों, और छोटे व्यवसायियों के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थन प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें व्यवसाय शुरू करने और उसे बढ़ाने में मदद मिलती है।

Business Loan: योग्यता शर्तें

बिज़नेस लोन के लिए योग्यता शर्तें इस प्रकार हैं:

  1. बिज़नेस का समय: व्यवसाय कम से कम 1 वर्ष से चल रहा होना चाहिए।
  2. न्यूनतम वार्षिक टर्नओवर: मौजूदा बिज़नेस का वार्षिक टर्नओवर कम से कम 12 लाख रुपये होना चाहिए।
  3. सिबिल स्कोर: आवेदक का सिबिल स्कोर 750 या उससे अधिक होना आवश्यक है।
  4. लोन इतिहास: आवेदक का कोई पिछला लोन डिफ़ॉल्ट रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।

लोन के लिए पात्र आवेदक:

  • व्यक्ति और गैर-नौकरीपेशा पेशेवर
  • स्टार्टअप और छोटे एवं मध्यम व्यवसाय (MSME)
  • प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियाँ
  • पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLP)
  • निर्माण, व्यापार, या सेवा क्षेत्र की बड़ी कंपनियाँ
  • NGO, को-ऑपरेटिव सोसाइटी, ट्रस्ट
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA), डॉक्टर, आर्किटेक्ट, कंपनी सेक्रेटरी, डिज़ाइनर आदि।

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बिज़नेस लोन के प्रकार

1. टर्म लोन (Term Loan)

टर्म लोन एक निश्चित अवधि के लिए दिया जाता है और इसे किश्तों में चुकाया जाता है। यह किसी विशेष उद्देश्य, जैसे मशीनरी खरीदने, बिज़नेस विस्तार करने, या ऑफिस सेटअप के लिए उपयोग किया जाता है। यह सिक्योर्ड या अन-सिक्योर्ड हो सकता है।

2. वर्किंग कैपिटल लोन (Working Capital Loan)

यह लोन व्यवसाय की दैनिक परिचालन आवश्यकताओं, जैसे कि इन्वेंटरी खरीद, सैलरी भुगतान, और अन्य चालू खर्चों को पूरा करने के लिए दिया जाता है। यह मुख्य रूप से छोटे व्यवसायों की नकदी प्रवाह की समस्याओं को हल करने के लिए होता है।

3. ओवरड्राफ्ट सुविधा (Overdraft Facility)

इसमें बैंक द्वारा एक निश्चित सीमा तक व्यवसाय के खाते में अधिक पैसे निकालने की अनुमति दी जाती है। इस पर केवल इस्तेमाल की गई राशि पर ब्याज लगता है। यह एक प्रकार का फ्लेक्सिबल लोन है जिसे जरूरत के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकता है।

4. लेटर ऑफ क्रेडिट (Letter of Credit)

यह एक क्रेडिट सुविधा है जिसका उपयोग मुख्य रूप से इंटरनेशनल ट्रेड में किया जाता है। इसके तहत, बैंक विक्रेता को भुगतान की गारंटी देता है, जिससे आयातक और निर्यातक दोनों के बीच विश्वास बना रहता है।

5. बिल डिस्काउंटिंग (Bill Discounting)

यह सुविधा व्यापारियों को अपनी बिक्री इनवॉइस को डिस्काउंट कराकर जल्दी से कैश प्राप्त करने की अनुमति देती है। बैंक इनवॉइस को डिस्काउंट करके उसे समय से पहले भुनाने की सुविधा देता है।

6. इक्विपमेंट फाइनेंस (Equipment Finance)

यह लोन उन व्यवसायों के लिए है जो अपने व्यापार में उपकरणों या मशीनरी की खरीद करना चाहते हैं। इसमें मशीनरी या उपकरण को सिक्योरिटी के रूप में रखा जाता है।

7. POS लोन (Point of Sale Loan)

यह लोन उन व्यवसायों के लिए है जो अपने POS मशीन से होने वाली बिक्री के आधार पर लोन प्राप्त करते हैं। यह रिटेल और छोटे व्यापारियों के लिए उपयुक्त है।

8. MSME लोन

छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSME) के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए लोन होते हैं, जिनका उद्देश्य इन व्यवसायों को विकास में मदद करना है। यह लोन सामान्यतः सरकारी योजनाओं के तहत प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर दिया जाता है।

9. सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लोन

यह लोन सरकार की विभिन्न योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), स्टैंड अप इंडिया, और क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (CGTMSE) के तहत दिया जाता है। ये लोन बिना कोलैटरल के दिए जाते हैं और MSME, स्टार्टअप्स, और महिला उद्यमियों को विशेष रूप से लक्षित करते हैं।

बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज

1. पहचान प्रमाण (Identity Proof)

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • वोटर ID
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट

2. पते का प्रमाण (Address Proof)

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट
  • बिजली का बिल
  • टेलीफोन बिल
  • प्रॉपर्टी टैक्स रसीद
  • रेंट एग्रीमेंट

3. बिज़नेस रजिस्ट्रेशन प्रमाण (Business Registration Proof)

  • बिज़नेस रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
  • GST रजिस्ट्रेशन
  • शॉप एक्ट लाइसेंस
  • पार्टनरशिप डीड (यदि व्यवसाय पार्टनरशिप फर्म है)
  • मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लिए)

4. फाइनेंशियल दस्तावेज़ (Financial Documents)

  • पिछले 2-3 वर्षों की ऑडिटेड बैलेंस शीट
  • पिछले 6-12 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
  • आयकर रिटर्न (ITR) की कॉपी (2-3 वर्षों की)
  • GST रिटर्न (यदि लागू हो)
  • प्रॉफिट और लॉस स्टेटमेंट

5. बिज़नेस प्लान (Business Plan)

यदि स्टार्टअप या नए व्यवसाय के लिए लोन लिया जा रहा है, तो बैंक को एक विस्तृत बिज़नेस प्लान देना होता है, जिसमें व्यवसाय के उद्देश्य, लाभ की संभावनाएँ, और निवेश की आवश्यकता बताई जाती है।

6. सिबिल स्कोर रिपोर्ट (CIBIL Score Report)

लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति या व्यवसाय का सिबिल स्कोर बैंक या NBFC द्वारा चेक किया जाता है, ताकि उधारकर्ता की क्रेडिट हिस्ट्री का पता चल सके।

7. कंपनी के वैधानिक दस्तावेज़ (Legal Documents)

  • कंपनी के पैन कार्ड की कॉपी
  • पार्टनरशिप डीड (पार्टनरशिप फर्म के लिए)
  • कंपनी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लिए)

8. कोलैटरल दस्तावेज़ (Collateral Documents)

यदि सिक्योर्ड लोन के लिए आवेदन किया जा रहा है, तो कोलैटरल के रूप में दी जाने वाली संपत्ति के दस्तावेज़ जमा करने होंगे:

  • संपत्ति का टाइटल डीड
  • मूल्यांकन रिपोर्ट
  • बीमा दस्तावेज़

9. अन्य दस्तावेज़

  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • साइन किया हुआ आवेदन पत्र
  • नियुक्ति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)

इन दस्तावेज़ों के आधार पर बैंक या वित्तीय संस्थान आपके लोन की पात्रता और राशि तय करते हैं।

Business Loan की फीस और शुल्क

बिज़नेस लोन की फीस और शुल्क (Business Loan Fee & Charges) प्रत्येक बैंक में भिन्न हो सकते हैं। ये शुल्क लोन की राशि, ब्याज दर, और भुगतान अवधि जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं।

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